नमस्कार किसान सांथियो,
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आज हम इस पोस्ट के माध्यम से गेहूं की कुछ खास किस्मों की बात करेंगे जो कम पानी के लिए उपयुक्त हैं, साथ ही उनके मंडियों में दाम भी अच्छे मिलते है ।
रबी की फसलों में गेहूं सबसे महत्वपूर्ण रबी फसल है और भारत के प्रमुख खाद्यान्नों में से एक है।
भारत विश्व में गेहूं उत्पादन में अग्रणी देशों में से एक है, और यहाँ की जलवायु इस फसल के लिए उपयुक्त मानी जाती है। प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों की अगर हम बात करे तो उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, बिहार और राजस्थान शामिल हैं। गेहूं की खेती के लिए ठंडी जलवायु और दोमट या काली मिट्टी अनुकूल होती है,
कई किसान भाइयों के पास गेहूं की फसल के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी ना होने के चलते वह गेहूं की फसल का सही उत्पादन नहीं ले पाते है, या गेहूं की फसल को नहीं लगा पाते तो उनके लिए हम कुछ खास किस्में लेकर आए है जो कम या (1से3) पानी में भी अच्छा उत्पादन देती है
गेहूं की किस्म CG-1036 (cg 1036 wheat variety)
गेहूं की किस्म CG-1036 जिसे विद्या सीजी vidhya CG 1036 के नाम से भी जाना जाता है, विद्या सीजी-1036 (Vidya CG-1036) जो किसानों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए लाभकारी किस्म है। इस किस्म में फेनोलिक तत्व कम होने के कारण आटा काला नहीं पड़ता और रोटियां 12 घंटे तक ताजा व नरम बनी रहती हैं।
इस किस्म को केवल 2 से 3 सिंचाई में तैयार किया जा सकता है, जिन किसानो के पास केवल 2 सिंचाई की ही व्यवस्था हो वो भी इसे लगा सकते है,
विद्या सीजी-1036 (Vidya CG-1036) ke उत्पादन की अगर हम बात करे तो केवल 2 से 3 बार सिंचाई करने पर इसका प्रति हेक्टेयर 50 से 60 क्विंटल तक उत्पादन लिया जा सकता है ।
इस किस्म को C- 306 शरबती के विकल्प के रूप में भी खाने के लिए अपनाया जा सकता है , इसमें कई पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, विटामिन, कैल्शियम, और जिंक होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद बनाते हैं। यह किस्म चपाती सूचकांक में 8.5/10 रेटिंग के साथ उच्च गुणवत्ता वाली मानी गई है।
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गेहूं की किस सीजी 1040 (CG-1040 wheat variety)
CG - 1040 गेहूं को मावंती सीजी 1040 या mavanti CG-1040 के नाम से भी जाना जाता है,
CG - 1036 की ही तरह cg 1040 को भी 2 या 3 सिंचाई में आसानी से तैयार किया जा सकता है, साथ ही CG - 1040 वैरायटी अधिक तापमान और सूखे को सहन करने की क्षमता रखती है और 115 दिन में पक कर तैयार हो जाती है, इसका उत्पादन लगभग 60 से 65 क्विंटल प्रति हैक्टेयर तक लिया जा सकता है वही रोटी और चपाती के लिए भी यह उत्तम वैरायटी है ।
एचआई -8823 (पूसा प्रभात) PUSA PRABHAT
एचआई -8823 पूसा प्रभात सूखा और गर्मी सहने में सक्षम हैं. इनकी बालियां समय पर पक जाती है. Hi 8823 गेहूं किस्म की परिपक्वता अवधि 115 से 138 दिन है. जिसे दो सिंचाई में भी पकाया जा सकता है, लंबे अंतराल (सवा महीने ) में 2 सिंचाई करने पर भी इसे पकाया जा सकता है. इसका उत्पादन हेक्टेयर 40 -45 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है. कीट और रोग नहीं लगते. दाना बड़ा और भूरा-पीला होता है. ये किस्म मप्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, राजस्थान के कोटा, उदयपुर संभाग और उप्र के झांसी संभाग के लिए जारी की गई है.
DBW 296 (करण ऐश्वर्या)
DBW 296 (करण ऐश्वर्या) गेहूं की नई किस्म जिसे आईसीएआर-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल द्वारा विकसित किया गया है। यह किस्म विशेष रूप से भारत के उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र (NWPZ) के लिए विकसित की गई है।
DBW 296 किस्म सूखे के प्रति सहनशील है और विभिन्न प्रकार के रस्ट रोगों के लिए प्रतिरोधी भी है। इस किस्म का उपयोग ब्रेड, चपाती आदि जैसे उत्पादों के लिए भी उपयुक्त है। DBW 296 के 1000 दानों का वजन लगभग 43ग्राम होता है, इसकी उपज क्षमता 83.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो की 150 दिन में पक कर तैयार हो जाती है |
वहीं इसे केवल 2 सिंचाई देने पर इसका औसतन उत्पादन 55 से 60 क्विंटल प्रति हेक्टेयर लिया जा सकता है ।
ऊपर दी गई वैरायटी 1 से लेकर 3 पानी में आराम से उगाई जा सकती है और लगभग औसतन 40 से 50 क्विंटल प्रति हैक्टेयर उत्पादन लिया जा सकता है ,
वही अगर आप 3 पानी से ऊपर जायेंगे तो गेहूं की कई किस्में है जो 3 से 4 सिंचाई में अच्छा उत्पादन दे सकती है जिसमे
- Hi-1650,
- एचआई -1636 (पूसा वकुला),
- HDCSW-18,
- HD - 3385
- HD - 3410
- DBW359 (करन शिवांगी)
- GW - 513
- HI - 8826 पूसा पौष्टिक
- HI - 8830 पूसा कीर्ति
- DBW - 377 करण बोल्ड
- HD - 3385
गेहूं की नई किस्म HI-8826 पूसा पौष्टिक
Hi 8826 गेहूं की किस्म को हाल ही मे
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के इंदौर स्थित क्षेत्रीय गेहूं अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित किया गया है, Hi 8826 गेहूं को पूसा पौष्टिक के नाम से भी जाना जाता है यह किस्म अधिक सिंचाई वाले क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है इस किस्म को 4 से 6 पानी की आवश्यकता होती है |
Hi 8826 पूसा पौष्टिक गेहूं का उत्पादन :
HI 8826 का औसत उत्पादन 48.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, वहीं इस किस्म का अधिकतम संभावित अनाज उत्पादन क्षमता 73.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक बताई गई है, जिसे अनुकुल मौसम परिस्थितियों मे इसे और भी बढ़ाया जा सकता है |
HI 8826 की पूरी जानकारी के लिए यह देखें 👇👀
गेहूं की नई किस्म HI-8830 पूसा कीर्ति
गेहूं की नई किस्म HI-8830 को भी पूसा के सहयोगी संस्थान गेहूं अनुसंधान केंद्र इंदौर द्वारा देश के मध्य क्षेत्र - मध्यप्रदेश, दक्षिणी राजस्थान,बुंदेलखंड,गुजरात और छत्तीसगढ़ के लिए समय पर बुआई हेतु अनुसंसित किया गया है |
Hi 8830 पूसा कीर्ति गेहूं का उत्पादन :
पुसा कीर्ति को समय से सिंचित अवस्था मे बुआई करने पर इसका उत्पादन 60 से 65.3 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक आसानी से लिया जा सकता है। वहीं अनुकूल मौसम परिस्थितीयो में इसके उत्पादन को और भी बढ़ाया जा सकता है |
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गेहूं की नई किस्म DBW - 377 करण बोल्ड
हाल ही में ICAR-Indian Institute of Wheat & Barley Research Karnal भारतीय गेंहू एवं जौ अनुसंधान केंद्र करनाल हरियाणा ने गेंहू की एक और नई किस्म new variety को जारी कर दिया है। इस किस्म का नाम DBW 377 karan bold (डीबीडब्लू 377 / करण बोल्ड) ( New wheat Variety 2025) है।
DBW-377 करण बोल्ड गेहूं का उत्पादन :
डीबीडब्लयू 377 गेहूं के उत्पादन की अगर हम बात करे तो इसकी समय पर सिंचित शीघ्र अवस्था में बुआई की जाने पर इसका अधिकतम उत्पादन 86.4 क्विंटल प्रति हैक्टेयर दर्ज किया गया है वही इसका एवरेज उत्पादन 64 क्विंटल प्रति हैक्टेयर दर्ज किया है | जो की अन्य चेक प्रजातियों (जैसे डी बी डब्ल्यू 303, डी बी डब्ल्यू 187, और डी बी डब्ल्यू 322) की तुलना में ज्यादा देखा गया है |
बात करें अवधि की तो गेंहू डीबीडब्लयू 377 किस्म 124 दिन में पककर तैयार की जा सकती है एवं इसके पौधे की ऊंचाई लगभग 87 सेमी है।
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गेहूं की नई किस्म HD-3385
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान एवं (IARI) नई दिल्ली द्वारा विकसित गेहूं की यह नई किस्म बड़ते तापमान के प्रति शहनशील व जल्दी बुआई के लिए उपयुक्त किस्म है इस किस्म की ऊंचाई लगभग 98 से.मी. है इस किस्म का दान आकर्षक चमकदार एंव बोल्ड होता है |
HD-3385 गेहूं का उत्पादन :
HD-3385 गेहूं के उत्पादन की अगर हम बात करे तो समय पर बुआई करने पर इसका अधिकतम उत्पादन लगभग 74 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक प्राप्त किया जा सकता है | जो की अन्य गेहूं की किस्मों - HD 2967 किस्म से 15%, HD 3086 किस्म से 10%, DBW 222 से 9% और DBW 187 से 6.7% ज्यादा है।
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