गेहूं की नई वैरायटी 2024 : बंपर उत्पादन के साथ गर्मी के प्रति सहनशील गेहूं की नई किस्म एचडी 3385 | HD-3385 wheat variety details in hindi

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नमस्कार किसान साथियों,
MP KISAN NEWS पर आप सभी किसान भाईयों का स्वागत है, इस पोस्ट के माध्यम से आज आपको गेंहू की एक और नई किस्म (Another new variety of wheat) से अवगत कराने वाले है जिसका नाम है एचडी 3385 (HD-3385).

गेहूं (gehu) की नई किस्म HD 3385 एक उच्च उत्पादन क्षमता वाली गेहूं की किस्म है, जो उत्तरी पश्चिमी और उत्तरी पूर्वी मैदानी क्षेत्रों में सिंचित और समय पर बोई जाने वाली स्थितियों के लिए उपयुक्त है। साथ ही इसने राष्ट्रीय स्तर पर DBW 187, DBW 222, HD 2967 और HD 3086 जैसी अन्य किस्मों की तुलना में अधिक उत्पादन दिया है। HD 3385 ने उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में सभी परीक्षण प्रविष्टियों में पहला स्थान प्राप्त किया और उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र में तीसरा स्थान प्राप्त किया। HD 3385 Wheat Variety Details in hindi  (Wheat New Variety 2024-25)


आई.ए.आर.आई करनाल से विकसित वैरायटी HD 3385 Wheat Variety (Wheat New Variety 2024-25)

उत्पादकता व अन्य गुणों में यह किस्म लाजवाब है। इस वैरायटी को भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आई.ए.आर.आई.) मुख्यालय करनाल ने विकसित किया है। गेहूं की नई उन्नत प्रजाति एचडी- 3385 (HD-3385) का प्रसार पूरे भारत के गेहूं उत्पादक राज्यों में किया जाएगा। जलवायु प्रतिरोधी, रतुआ रोधी और रोगरोधी गुणों के चलते इस किस्म HD 3385 Wheat Variety की अनुशंसा सभी गेहूं उत्पादक क्षेत्रों के लिए की गई है।


HD-3385 की उत्पादन क्षमता (Production Capacity of HD-3385)

HD 3385 Wheat Variety : गेहूं के इस नवीन वैरायटी एचडी 3385 ने राष्ट्रीय स्तर पर DBW 187, DBW222, HD 2967 और HD 3086 जैसे परीक्षणों से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार गेहूं की यह वैरायटी प्रति हेक्टेयर 80 से 100 क्विंटल तक का उत्पादन दे सकती है।

इस किस्म की औसतन न्यूनतम उपज क्षमता (average minimum yield potential) 59.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। जबकि सामान्य परिस्थितियों में उपज क्षमता 73.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है। इस किस्म की अधिकतम उपज क्षमता 80 क्विंटल से अधिक भी रही है। गेहूं की इस किस्म की पैदावार HD 2967 किस्म से 15%, HD 3086 किस्म से 10%, DBW 222 से 9% और DBW 187 से 6.7% ज्यादा है।


अन्य विशेषताएँ (other characteristics) :

यह उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र में 147 दिनों में और उत्तर-पूर्वी मैदानी क्षेत्र में 123 दिनों में पककर तैयार हो जाती है। 

इसमें पीला रतुआ, पत्ता रतुआ, कर्नाल बंट, पाउडरी मिल्ड्यू, फोलियर हेड ब्लाइट और फ्लैग स्मट जैसे रोगों के प्रति अच्छी प्रतिरोधक क्षमता है।

इस किस्म की अगेती बुवाई करने पर मार्च के अंत में यदि तापमान बढ़ेगा तो इसके पकते समय दानों पर असर नहीं पड़ेगा। HD 3385 Wheat Variety Details in hindi 

गेहूं की यह वैरायटी तापमान के प्रति सहनशील है। जैसे कि 2021-22 में अचानक तापमान में वृद्धि होने से गेहूं की कच्ची बालियों में दूधिया दानों पर असर हुआ था। इस प्रजाति में तापमान के प्रति सहनशीलता है।

गेंहू की नई किस्म एचडी 3385 किस्म के पौधे की ऊंचाई लगभग  98 सेमी है।

गेहूं की नई किस्म एचडी 3385 किस्म येलो, ब्राउन और ब्लैक रस्ट के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है। इस किस्म में टिलरिंग की समस्या नहीं देखी गई है।

गेहूं की एक और नवीन उन्नत किस्म
डीबीडब्ल्यू 327 / करण शिवानी (DBW 327 Karan shivani)

पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले और हरियाणा के पानीपत जिले के किसानों ने आईसीएआर-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल द्वारा विकसित डीबीडब्ल्यू 327 (करण शिवानी) karan Shivani किस्म से रिकॉर्ड तोड़ पैदावार प्राप्त की है। डीबीडब्ल्यू 327 (करण शिवानी) किस्म दो प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में असाधारण प्रदर्शन करने वाली किस्म के रूप में उभरी है

इस किस्म की उपज क्षमता 87.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जिसकी औसत उपज 79.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जो गेहूं उत्पादन के लिए एक नया बेंचमार्क है। किसानों ने आईसीएआर-आईआईडब्ल्यूबीआर बीज पोर्टल से गुणवत्तापूर्ण बीज प्राप्त किए, फीडबैक दिया और उच्चतम उपज की सूचना दी है |

डीबीडब्ल्यू 327 (DBW 327) करण शिवानी, गेहूं की अगेती किस्म है. गेहूं की इस खास किस्म को उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों के लिए विकसित किया गया है. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर को डिवीजन को छोड़कर) और पश्चिमी उत्तर प्रदेश (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड के तराई क्षेत्रों में आसानी से इसकी खेती की जा सकती है.


गेहूं की उन्नत किस्म DBW 327 करण शिवानी की विशेषताएं -

• इस किस्म की उपज क्षमता 87.7 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है, जिसकी औसत उपज 79.4 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है

• DBW 327 किस्म की खेती उन इलाकों में भी हो सकती है जिन इलाकों में सिंचाई की समुचित व्यवस्था नहीं है.

• गेहूं की यह खास किस्म सूखे के प्रति सहनशील है. उच्च तापमान में भी इससे अच्छी उपज मिलती है.

• गेहूं की इस खास किस्म में बुवाई के 98 दिनों में बालियां निकल जाती है.

• DBW 327 गेहूं की यह खास किस्म बुवाई के 155 दिनों बाद पककर तैयार हो जाती है.

• DBW 327 के तनों की ऊंचाई 98 सेमी होती है.

• फसल बुवाई के 155 दिनों बाद तैयार हो जाती है.

• चपाती के लिए गेहूं की यह किस्म अच्छी है.

• इस किस्म में आयरन की मात्रा 39.4 पीपीएम तथा जिंक की मात्रा 40.6 पीपीएम है.





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